चंडीगढ़, सतीश भारद्वाज : हरियाणा के वरिष्ठ IPS स्वर्गीय पूरन कुमार का बुधवार को चंडीगढ़ के सेक्टर-25 स्थित क्रिमेशन ग्राउंड में काफी गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार किया गया। दोपहर करीब 3 बजे उनकी कोठी से अंतिम यात्रा निकली गई जो करीब 4 बजे सेक्टर-25 स्थित श्मशान घाट पहुंची।जहां पुलिस की टुकड़ी ने सलामी दी और बड़ी संख्या में पहुंचे पुलिस-प्रशासन और सरकार के प्रतिनिधियों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी । शव को अमर रहे के उदघोष के साथ श्मशान लाया गया था। जहां उनकी दोनों बेटियों ने उन्हें मुखाग्नि दी।मौके पर IPS की पत्नी IAS अमनीत पी. कुमार के साथ कैबिनेट मिनिस्टर कृष्ण लाल पंवार व श्याम सिंह राणा, ACS गृह सुमिता मिश्रा, CS अनुराग रस्तोगी, नवनियुक्त डीजीपी ओपी सिंह,आदि मौजूद रहे।बुधवार सुबह पूर्व आईपीएस के सुसाइड के नौवें दिन चंडीगढ़ PGI में उनका पोस्टमॉर्टम हुआ। मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी कराई गई है। जिसके बाद उनके शव को दोपहर करीब 2 बजे एम्बुलेंस से सेक्टर-24 स्थित कोठी पर पहुंची।
सीनियर IPS ने 7 अक्टूबर को चंडीगढ़ स्थित सरकारी बंगले पर खुद को गोली मारकर जीवन लीला समाप्त कर ली थी। पुर्व आईपीएस रोहतक में सुनारिया स्थित पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज (PTC) में पोस्टेड थे। चंडीगढ़ के सेक्टर-11 स्थित अपने आवास पर खुद को सात अक्टूबर को गोली मारकर सुसाइड कर लिया था। उन्होंने 8 पेज का सुसाइड नोट और एक पेज की वसीयत छोड़ी है। सुसाइड नोट में उन्होंने हरियाणा के DGP शत्रुजीत कपूर और रोहतक SP नरेंद्र बिजारणिया समेत 15 मौजूदा व पूर्व अधिकारियों पर प्रताड़ित करने के आरोप लगाए हैं। सुसाइड के बाद शाम को खुलासा हुआ कि एक दिन पहले रोहतक पुलिस ने पूरन कुमार के गनमैन सुशील कुमार को शराब कारोबारी से रिश्वत मांगने के आरोप में गिरफ्तार किया था। सुशील ने पूछताछ में पूरन कुमार के कहने पर रिश्वत मांगने की बात कबूल की है। 7 अक्टूबर तक पूरन कुमार को पुलिस ने कोई नोटिस जारी नहीं किया था। जब दिवंगत ने सुसाइड किया तो उनकी IAS पत्नी अमनीत पी. कुमार मुख्यमंत्री नायब सैनी और अन्य अधिकारियों के साथ जापान दौरे पर थीं।
8 अक्टूबर को उनकी पत्नी अमनीत जापान दौरे से लौटीं। इसके बाद चंडीगढ़ के सेक्टर 11 थाने में उन्होंने DGP शत्रुजीत कपूर और रोहतक के SP नरेंद्र बिजारणिया के खिलाफ शिकायत दी। अमनीत ने जातिगत भेदभाव और प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए कहा कि उनके पति की मौत से पहले DGP के कहने पर रोहतक SP ने उनके खिलाफ रोहतक के अर्बन एस्टेट थाने में झूठा मामला (FIR-नंबर 0319/2025) दर्ज कराया, जो एक सोची-समझी साजिश थी।9 अक्टूबर को सुसाइड के तीसरे दिन चंडीगढ़ पुलिस ने FIR दर्ज की। सेक्टर-11 थाने में 156 नंबर FIR भारत न्याय संहिता (BNS) की धारा 108, 3(5) और एससी/एसटी एक्ट की धारा 3(1)(r) के तहत दर्ज की गई। पूरन कुमार ने सुसाइड नोट में हरियाणा के 15 IAS-IPS अफसरों को अपनी मौत का जिम्मेदार बताया था। उन्होंने नोट के आखिरी पैरा में हरियाणा के DGP शत्रुजीत कपूर और रोहतक SP नरेंद्र बिजारणिया पर गंभीर आरोप लगाए।
चंडीगढ़ पुलिस ने दस अक्टूबर को जांच के लिए SIT बनाईजिसमें IG पुष्पेंद्र कुमार के अलावा, चंडीगढ़ की SSP कंवरदीप कौर, DSP चरणजीत सिंह विर्क, SP सिटी केएम प्रियंका, SDPO गुरजीत कौर और सेक्टर 11 थाने के SHO जयवीर सिंह राणा शामिल किए।वहीं अमनीत पी. कुमार ने SSP कंवरदीप कौर को लेटर लिखकर कहा कि FIR में आरोपी अधिकारियों का नाम नहीं लिखा गया है। SC/ST की जो धारा 3(1)(r) लगाई गई है, वह भी कमजोर है। इसलिए धारा को मजबूत किया जाए। जिसके बाद इस मामले में दिनों बवाल खड़ा हो गया। कई राजनीतिक दलों के नेताओं ने भी अपनी प्रक्रिया देनी शुरू कर दी आरोप प्रत्यारोप चर्चाएं चलनी शुरू हो गई थी, वहीं उनके आवास पर जाकर श्रद्धांजलि देने लगे। यहां तक कि प्रदेश व देश में धरने प्रदर्शन भी शुरू हो गए। जिस पर आखिरकार प्रदेश सरकार ने एसपी रोहतक को पद से हटाया तथा डीजीपी को छुट्टी पर भेजा। वहीं इसी मामले से जुड़े संदीप लाठर नामक एएसआई ने रोहतक में उन पर गंभीर आरोप लगाकर आत्महत्या कर ली। जिसमें इस मामले को ज्यादा सनसनीखेज बना दिया है। अब देखना होगा की जांच एजेंसी इस मामले का कब तक खुलासा करती है। क्योंकि प्रदेश में एक वरिष्ठ अधिकारी की आत्महत्या करने से सरकार पर भी काफी सवालिया निशान लगा दिए हैं। जिसमें भ्रष्टाचार सबसे अहम माना जा रहा है।
