चंडीगढ़,सतीश भारद्वाज: हरियाणा के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी **वाई. पूरण कुमार** की आत्महत्या के मामले ने प्रशासनिक हलकों में हड़कंप मचा दिया है। जापान दौरे से लौटने के बाद उनकी पत्नी और हरियाणा कैडर की आईएएस अधिकारी **अमनीत पी. कुमार** ने बुधवार देर शाम **चंडीगढ़ सेक्टर-11 थाना** में चार पेज की शिकायत देकर **डीजीपी शत्रुजीत कपूर** और **रोहतक के एसपी नरेंद्र बिजारणिया** के खिलाफ **FIR दर्ज करने और तत्काल गिरफ्तारी** की मांग की है।### **आत्महत्या के लिए उकसाने और उत्पीड़न के आरोप**आईएएस अमनीत ने शिकायत में कहा कि उनके पति को दोनों अधिकारियों ने **मानसिक रूप से प्रताड़ित किया, सार्वजनिक रूप से अपमानित किया और झूठे मामलों में फंसाने की साजिश रची**, जिससे वे आत्महत्या करने को मजबूर हो गए। उन्होंने लिखा कि **डीजीपी के निर्देश पर उनके पति के स्टाफ सदस्य के खिलाफ** 6 अक्टूबर को **रोहतक के अर्बन एस्टेट थाने** में झूठी एफआईआर दर्ज की गई थी।### **जातिगत भेदभाव का भी आरोप**अमनीत ने आरोप लगाया कि उनके पति को **जाति-आधारित भेदभाव और अपमान** का सामना करना पड़ा। उन्होंने कहा कि उन्हें **जातिगत गालियां दी जाती थीं, पूजा स्थलों से दूर रखा जाता था** और सार्वजनिक रूप से अपमानित किया जाता था। शिकायत में कहा गया कि यह मामला **सिर्फ आत्महत्या नहीं, बल्कि अनुसूचित जाति के एक ईमानदार अधिकारी को वर्षों तक प्रताड़ित किए जाने** का परिणाम है।

### **सुसाइड नोट में 15 अधिकारियों के नाम**आईएएस अधिकारी के अनुसार, **लैपटॉप और बैग से मिले 8 पन्नों के सुसाइड नोट** में वाई. पूरण कुमार ने **15 अधिकारियों के नाम** दर्ज किए हैं, जिनमें डीजीपी और एसपी का भी जिक्र है। उन्होंने यह भी लिखा कि उनके खिलाफ साजिश रची जा रही थी और वे लगातार मानसिक तनाव में थे।
### **“डीजीपी और एसपी प्रभावशाली हैं, जांच प्रभावित कर सकते हैं”**अमनीत ने कहा कि दोनों अधिकारी प्रभावशाली पदों पर हैं और **जांच को प्रभावित करने या सबूत मिटाने की कोशिश** कर सकते हैं। उन्होंने मांग की कि **एफआईआर दर्ज कर तुरंत गिरफ्तारी** की जाए ताकि निष्पक्ष जांच हो सके।### **पोस्टमॉर्टम आज संभावित**सूत्रों के अनुसार, वाई. पूरण कुमार के शव का **वीरवार को पोस्टमॉर्टम** कराया जा सकता है। पुलिस ने **लैपटॉप और सुसाइड नोट जब्त कर लिए हैं** और मामले की जांच जारी है।