गुरुग्राम, सतीश कौशिक : फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट (एफएमआरआई), गुरुग्राम ने उत्तर भारत का पहला और देश का दूसरा एमआर-लाईनैक सिस्टम स्थापित करने की पहली वर्षगांठ मनायी। सितंबर 2024 में लॉन्च की गई यह तकनीक रियल-टाइम 1.5T एमआरआई इमेजिंग और एडवांस रेडिएशन डिलीवरी को जोड़ते हुए अब तक **187 मरीजों का सफल इलाज** कर चुकी है।
*फायदे*-
पारंपरिक रेडियोथेरेपी से कम साइड इफेक्ट्स – कुछ मामलों में केवल 5 सेशन में उपचार पूरा – तेजी से रिकवरी और दीर्घकालिक बेहतर परिणाम – ट्यूमर की हर दिन की स्थिति के अनुसार नया रेडिएशन प्लान संभव – हिलने-डुलने वाले अंगों (लिवर, लंग्स, पैंक्रियाज) में भी प्रभावी
*सफल केस*
– **धर्मेंद्र सिंह वर्मा (59)**: हाई-रिस्क प्रोस्टेट कैंसर और 140 किलो वज़न के बावजूद सुरक्षित इलाज, PSA स्तर 14.8 से घटकर 0.01।
– **डॉ नरेंद्र पाल सिंह (60)**: पेरीएंप्युलरी कार्सिनोमा व लिवर मेटास्टेटिस, मात्र 1 सप्ताह में एमआर-लाईनैक आधारित एसबीआरटी, 3 माह मेंPET रिपोर्ट बेहतर।
– **राजीव कुमार अग्रवाल (64)**: लोकलाइज्ड प्रोस्टेट कैंसर, 5 फ्रैक्शंस में उपचार, बिना किसी साइड इफेक्ट के स्वास्थ्य लाभ। *विशेषज्ञों की राय*
डॉ ए. के. आनंद ने कहा, *“एमआर-लाईनैक रियल टाइम में ट्यूमर को देखकर सटीक उपचार संभव बनाता है, जिससे मरीज तेजी से रिकवर होते हैं और कम साइड इफेक्ट्स का सामना करते हैं।”*
यश रावत ने कहा, *“एमआर-लाईनैक ने उत्तर भारत में कैंसर केयर का नया युग शुरू किया है। 187 सफल उपचार हमारे वायदे और प्रिसीजन ऑन्कोलॉजी में नए मानक साबित करते हैं।”*
