गुरुग्राम, सतीश भारद्वाज : नगर निगम गुरुग्राम द्वारा शहर में चल रहे विकास कार्यों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए कड़े कदम उठाए जा रहे हैं। निगम प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि किसी भी एजेंसी द्वारा किए जा रहे निर्माण कार्यों में गुणवत्ता से समझौता किसी भी स्थिति में स्वीकार नहीं किया जाएगा। यदि किसी कार्य में त्रुटि या लापरवाही पाई जाती है, तो संबंधित एजेंसी के विरुद्ध तुरंत कार्रवाई की जाएगी।
निगम प्रवक्ता के अनुसार बताया गया है कि मालिबु टाउन क्षेत्र में सडक़ों की रिकार्पेटिंग कार्य में गुणवत्ता मानकों का पालन न करने पर निगम ने देशवाल कंस्ट्रक्शन कंपनी के विरुद्ध सख्त कदम उठाया है। अधिकारियों के अनुसार, एजेंसी पर पैनल्टी लगाई गई है और उसे कार्य को दोबारा गुणवत्तापूर्ण तरीके से करने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं यह चेतावनी भी दी गई है कि यदि एजेंसी ने दोबारा भी लापरवाही बरती, तो उसे ब्लैकलिस्ट किया जाएगा तथा उसके रिस्क एंड कोस्ट पर कार्य किसी अन्य एजेंसी को सौंपा जाएगा। निगम अधिकारियों ने बताया कि मालिबु टाउन की सडक़ों की रिकार्पेटिंग का कार्य उक्त कम्पनी को सौंपा गया था, जिसकी लागत 5.75 करोड़ रुपये है। एजेंसी ने मानसून से पहले कार्य प्रारंभ किया था, लेकिन निरीक्षण के दौरान कार्य की गुणवत्ता असंतोषजनक पाई गई। निगम ने एजेंसी को पुन: कार्य करने के निर्देश दिए, किंतु मानसून के बाद दोबारा शुरू किए गए कार्य में भी गुणवत्ता मानकों की पूर्ति नहीं की गई। इसके परिणामस्वरूप निगम द्वारा कंपनी पर 10 प्रतिशत पेनल्टी लगाई गई है तथा अंतिम नोटिस जारी किया गया है।
निगमायुक्त प्रदीप दहिया ने कहा कि नगर निगम की प्राथमिकता नागरिकों को बेहतर और टिकाऊ इंफ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध कराना है। उन्होंने कहा कि किसी भी एजेंसी को लापरवाही करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। गुणवत्ता के साथ समझौता करने वाले ठेकेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।निगमायुक्त ने सभी इंजीनियरों और अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे विकास कार्यों का नियमित निरीक्षण करें और यदि किसी भी कार्य में अनियमितता या मानकों में कमी पाई जाए, तो तुरंत रिपोर्ट तैयार कर कार्रवाई सुनिश्चित करें।
